फायर: 12वीं के छात्र ने अपने साथी के परिवार वालों पर झोंके फायर, सात गिरफ्तार…

पुलिस ने झबरेड़ा कस्बे की बाग कॉलोनी में कई राउंड फायरिंग करने की घटना का खुलासा किया है। 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर घटना को महकमा गैंग ने अंजाम दिया था। पुलिस ने गैंग के सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार झबरेड़ा थाना क्षेत्र की बाग कॉलोनी में शुक्रवार की रात को तीन बाइकों पर सवार होकर आए छह लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। घटना के बाद पुलिस टीम ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।

पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले और अन्य सूत्रों के जरिए जानकारी जुटाई। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला व हरिद्वार जिले के 11 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इनमें से सात आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया। जबकि चार आरोपी अभी फरार चल रहे हैं।

पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम शिवांश निवासी झबरेड़ा, अवनीश निवासी अंबेहटापीर थाना नकुड़, जिला सहारनपुर, , पंकज व निशू निवासी थाना गंगोह, जिला सहारनपुर, रोहित निवासी कुराली थाना नकुड़ जिला सहारनपुर, अमन निवासी झबरेड़ी कलां व लवली उर्फ गौरव निवासी कस्बा गंगोह, जिला सहारनपुर बताए हैं।

बाकी चार आरोपी आयुष, अंकुर, शंकर व नितिन को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस टीम में मंगलौर सीओ विवेक कुमार, झबरेड़ा थाना अध्यक्ष अंकुर शर्मा, एसआई नीरज रावत, रविंद्र, रामबीर, रणबीर बलदेव व सुरेंद्र शामिल रहे।

पुलिस ने आरोपी अमन व अवनीश के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक-एक तमंचा और दो-दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पढ़ने लिखने की उम्र में बच्चों ने वर्चस्व के जाल में फंसकर हाथ में अवैध तमंचे थाम लिए। ऐसे में अब उन्हें स्कूल जाने के बजाय जेल जाना पड़ रहा है।

12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे शिवांश का अपने ही क्लास के अभिनव के साथ विवाद हो गया था। जिसको लेकर अभिनव और शिवांश एक दूसरे के खिलाफ इंस्टाग्राम में कमेंट व रील डाल रहे थे। शिवांश के भाई आयुष जिसकी महकमा गैंग के सदस्यों के साथ दोस्ती है, जिसके कहने पर महकमा गैंग के सदस्यों ने अपने अन्य साथियों आयुष, अंकुर उर्फ चीता, शंकर अमोली व नितिन के साथ मिलकर अभिनव के घर पर जाकर उसके परिवार वालों के ऊपर जान से मारने की नियत से फायरिंग कर दी थी। जिससे आसपास क्षेत्र में दहशत फैल गई थी।